Badrinath Dham Tourism – उत्तराखंड के 4 धामो में बद्रीनाथ धाम भगवान नारायण को समर्पित भारत में सबसे पवित्र हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है। उत्तराखंड के 4 धामो की यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, बाबा केदारनाथ के बाद भगवान विष्णु जी के स्वरूप श्री बद्रीनारायण के दर्शन किये जाते हैं। बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जनपद में नर और नारायण नाम के दो पर्वत के बीच अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित है।

नवंबर से अप्रैल तक शीतकालीन ऋतु में भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम हर साल छह महीने अप्रैल के अंत से नवंबर की शुरुआत के बीच खुला रहता है। नवंबर से अप्रैल तक शीतकालीन ऋतु के दौरान बाबा बद्रीनारायण जी को जोशीमठ के पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान मंदिर नामक स्थान पर स्थानांतरित कर दिया जाता है और वहां उनकी पूजा की जाती है।
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Badrinath Dham Tourism:-संछिप्त जानकारी
बद्रीनाथ धाम जाने के लिए आप किसी भी ट्रैवल कंपनी, बस या खुद के साधन से यहां पहुंच सकते हैं। बद्रीनाथ धाम में रहने के लिए अच्छे होटल, धर्मशाला हमेशा मिल जाती है, बद्रीनाथ धाम में विश्राम करने के बाद यहां स्थित गरम पानी के कुंड में स्नान करने के बाद भगवान श्री नारायण के दर्शन कर सकते है। समुद्र तल से 3,133 मीटर की ऊँचाई पर स्थित बद्रीनाथ धाम में भगवान विष्णु की मूर्ति अवतरित है, और यह चार धामों में से एक है, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री, और केदारनाथ शामिल हैं। बद्रीनाथ धाम भारत के प्रमुख धार्मिक और पर्वतीय पर्यटन स्थलों में से एक है, जो हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है।
Badrinath Dham Tourism :- प्रमुख आकर्षण
बद्रीनाथ मंदिर – बद्रीनाथ मंदिर श्री विष्णु भगवान को समर्पित है और चार धामों में से एक है जिसे चार धाम यात्रा का हिस्सा माना जाता है। बद्रीनाथ मंदिर अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित है और यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद धार्मिकता के साथ मिलता है। मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य द्वारा इसकी स्थापना में की गई थी। मंदिर के समीप आलोड़ी ब्रह्मकामल, नारद कुंडी, ताप्तकुंडी और वासुदेव तेंडुली जैसे प्राकृतिक और धार्मिक स्थल भी हैं जिनके दर्शन का अनुभव भी यहां पर्यटकों को काफी खास लगता है। बद्रीनाथ मंदिर के पास ही मनसा देवी मंदिर भी है जिसे देवी मां को समर्पित किया जाता है।

चरणपादुका – चरणपादुका बद्रीनाथ धाम में स्थित एक प्रसिद्ध पर्वतीय स्थल है। यह स्थान मंदिर से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह धार्मिक यात्रा का महत्वपूर्ण भाग माना जाता है। चरणपादुका का नाम भगवान विष्णु के पादों के अलौकिक चिह्न के कारण दिया गया है। यहां पर चरणपादुका के दर्शन करने के लिए पर्यटक यात्रा को तैरकर, ट्रेकिंग करके या गाड़ी से जा सकते हैं।
तप्तकुंड – तप्तकुंड बद्रीनाथ धाम में स्थित एक प्रसिद्ध पर्वतीय कुंड है। यह कुंड मंदिर के निकट है और धार्मिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण भाग माना जाता है। तप्तकुंड का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि यह गरम पानी का कुंड है जिसमें पर्यटक स्नान करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, तप्तकुंड के स्नान से श्री विष्णु भगवान के दिव्य आभरणों की शुद्धि होती है और उनकी आत्मा शुद्ध होती है। तप्तकुंड में स्नान के बाद दर्शन की अनुमति भी मिलती है जिससे पर्यटक धार्मिक अनुभव का आनंद लेते हैं।
बद्रीनाथ धाम में भीम पुल, व्यास गुफा, ब्रह्मा कपाल मंदिर भी दर्शनीय स्थल मौजुद है।
Badrinath Dham Tourism :-पहुंचने के लिए रास्ते
बस – बद्रीनाथ धाम पहुंचने के लिए बस सेवा उपलब्ध है। हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून जैसे शहरों से बद्रीनाथ के लिए नियमित बस सेवा होती है। बस से बद्रीनाथ धाम तक की यात्रा आसान है और यह आपको प्राकृतिक सौंदर्य के बीच से गुजारते हुए धार्मिक अनुभव का एक सुंदर मौका प्रदान करती है।
रेल – बद्रीनाथ के निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। ऋषिकेश से बद्रीनाथ के लिए टैक्सी या बस सेवा उपलब्ध है। ऋषिकेश से बद्रीनाथ की दूरी लगभग 291 किलोमीटर है और यह आपको खूबसूरत पर्वतीय दृश्यों के साथ-साथ आध्यात्मिक यात्रा का भी आनंद देती है।
हवाई – बद्रीनाथ के निकटतम हवाई अड्डा जोली है। देहरादून, दिल्ली और चंडीगढ़ से जोली के लिए नियमित वायुयात्रा होती है। जोली से बद्रीनाथ की दूरी लगभग 305 किलोमीटर है और आप टैक्सी या बस सेवा का उपयोग करके बद्रीनाथ धाम पहुंच सकते हैं।
Badrinath Dham Tourism :-खाना खजाना
बद्रीनाथ धाम एक धार्मिक और पर्वतीय स्थल होने के साथ-साथ एक खाने का स्वर्गीय स्थान भी है। यहां पर पर्यटक अपने दिल के लिए अनेक प्रकार के स्वादिष्ट खाने का आनंद ले सकते हैं। बद्रीनाथ धाम में खाने के लिए कुछ प्रमुख विकल्प हैं:
प्रसाद – बद्रीनाथ मंदिर में पर्वतीय भोजन का अनुभव करने के लिए भगवान के प्रसाद का स्वाद ले सकते हैं। यहां पर पर्वतीय रिश्ते, अलू और दाल की सब्जी, उड़द और चावल की खिचड़ी, पूरी, हलवा और कद्दू की खीर जैसे प्रसाद के भोजन का आनंद लिया जा सकता है।
ढाबे और रेस्टोरेंट – बद्रीनाथ धाम में आपको विभिन्न ढाबे और रेस्टोरेंट मिलेंगे जो भारतीय और पंजाबी खाने का स्वादिष्ट विकल्प प्रदान करते हैं। यहां पर चावल, रोटी, सब्जियां, दाल, पनीर जैसे विभिन्न व्यंजन उपलब्ध होते हैं।
गर्मागर चाय – बद्रीनाथ धाम में चाय की खुशबू भी दिल को मोह लेती है। यहां पर आप चाय के साथ गरमा-गरम पकोड़े और भजिया भी आनंद ले सकते हैं।
स्वीट्स – बद्रीनाथ धाम में स्वीट्स के भी अच्छे विकल्प मिलते हैं। यहां पर गुलाब जामुन, रसगुल्ला, कजु कतली, बादाम कातली, बर्फी और रसमलाई जैसी मिठाईयां उपलब्ध होती हैं।
Badrinath Dham Tourism :- बद्रीनाथ के निकटतम शहर
बद्रीनाथ धाम के निकटतम शहरों में निम्नलिखित शहर शामिल हैं:
जोशीमठ – जोशीमठ बद्रीनाथ से लगभग 41 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक प्रमुख पर्वतीय शहर है जो बद्रीनाथ धाम की यात्रा के दौरान बहुत अधिक आवागमन का केंद्र है। यहां पर्वतीय वातावरण और धार्मिक स्थल दर्शन का आनंद लिया जा सकता है।
पंडुकेश्वर – पंडुकेश्वर बद्रीनाथ से लगभग 22 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जो भगवान शिव को समर्पित है। यहां पर अलकनंदा नदी के किनारे स्थित मंदिर दर्शन का आनंद लिया जा सकता है।
वृद्ध बद्रीनाथ – वृद्ध बद्रीनाथ बद्रीनाथ से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर स्थित है। यह एक छोटा सा गांव है जो धार्मिक और आध्यात्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां श्रद्धालु विभिन्न रिट्रीट और आध्यात्मिक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
Badrinath Dham Tourism से संबंधित आम प्रश्न (FAQ)
1)- बद्रीनाथ धाम कब खुलता है और कैसे पहुंचा जा सकता है?
बद्रीनाथ धाम मार्गशीर्ष मास से श्रवण मास तक हर साल खुलता है। बद्रीनाथ धाम पहुंचने के लिए दिल्ली, हरिद्वार, ऋषिकेश जैसे शहरों से बस, टैक्सी या खास टूरिस्ट बसों का उपयोग किया जा सकता है।
2)- बद्रीनाथ धाम में कितने दिन तक रुकना चाहिए?
बद्रीनाथ धाम की यात्रा आम तौर पर 2 से 3 दिनों की होती है। यहां पर धार्मिक स्थल दर्शन के साथ-साथ अपने आस-पास के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद भी लिया जा सकता है।
3)- बद्रीनाथ धाम में रहने के लिए सुविधाएं कैसी हैं?
बद्रीनाथ धाम में आपको विभिन्न श्रेणियों में होटल, धर्मशाला और आवास सुविधाएं मिलती हैं। पर्यटक अपने बजट और आवश्यकताओं के अनुसार उच्च, मध्यम या साधारण स्तर के आवास चुन सकते हैं।
4)- बद्रीनाथ धाम में कौन-कौन सी धार्मिक और प्राकृतिक यात्राएं हैं?
बद्रीनाथ धाम में आरती, सतोपंथ तल, वसुदेव तेंडुली, चारणपदुका, विष्णु प्रयाग, ब्रह्म कपाल, नारद कुंडी और ताप्तकुंड जैसे प्राकृतिक और धार्मिक स्थल दर्शन के लिए खास हैं। यहां के पर्वतीय स्थलों की यात्रा पर्यटकों के लिए आध्यात्मिक अनुभव का एक शानदार मौका है।
5)- बद्रीनाथ धाम की यात्रा में क्या-क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
बद्रीनाथ धाम की यात्रा में रात में यात्रा करने से बचना चाहिए, पहाड़ों में रात जल्दी हो जाती है इस लिए रात होने से पहले होटल, धर्मशाला में कमरा बुक करें, रात में अनावशयक वॉक ना करें ।