National Parks – उत्तराखंड में कई राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य हैं। उत्तराखंड राष्ट्रीय उद्यानों के आश्चर्यों की खोज करें। इन आश्चर्यजनक स्थलों के लिए हमारे व्यापक गाइड के साथ अपने अगले प्रकृति साहसिक कार्य की योजना बनाएं।
Table of Contents
1)- National Park – जिम कॉर्बेट

जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के आकर्षक प्राकृतिक सौंदर्य ने इसे भारत के सबसे पसंदीदा वन्यजीव अभयारण्यों में से एक बना दिया है। यहां की घनी जंगल, उच्च पहाड़ियां, नदियों के उद्गम स्थल, और विविध प्रकृति के साथ भरे मौसम ने इसे अद्भुत बना दिया है। जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है, जहां प्राकृतिक सुंदरता के साथ वन्यजीवों के संरक्षण का भी ध्यान रखा जाता है। जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
2)- National Park – राजाजी राष्ट्रीय उद्यान

राजाजी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड के धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का एक आश्चर्यजनक स्थान है। यहां के जलवायु का मुख्य असर मुख्य रूप से तीन मौसमों में बदलता है – गर्मी, बरसात और सर्दी। गर्मी के महीनों में, वन्यजीवन अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है, जबकि बरसात के मौसम में प्राकृतिक हरियाली और जलप्रपात आपको मंत्रमुग्ध कर देते हैं। सर्दी के महीनों में, बर्फीले पहाड़ों का नजारा आपको लुभाता है और आप शीतलता का आनंद ले सकते हैं। राजाजी राष्ट्रीय उद्यान की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
3)- National Park – गोविंद पशु विहार वन्यजीव अभयारण्य

गोविंद पशु विहार वन्यजीव अभयारण्य भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है, और यह वन्यजीवों के लिए एक सुरक्षित घर प्रदान करता है। यहां पर विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों को देखा जा सकता है, जैसे कि बाघ, हिरण, चीता, भालू, वन्य बकरी आदि। इसका मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों के प्राकृतिक वातावरण को संरक्षित रखना और उन्हें उनके प्राकृतिक अभ्यास को निरंतर जारी रखने का समर्थन करना है। गोविंद पशु विहार वन्यजीव अभयारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
4)- National Park – बिनसर वन्यजीव अभयारण्य

उत्तराखंड भारत का एक प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ राज्य है, जिसके अन्दर बिनसर वन्यजीव अभयारण्य एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह अभयारण्य अपने सुंदर प्राकृतिक वातावरण, वन्यजीवों के बोगोले, और प्राकृतिक समृद्धि के लिए जाना जाता है। बिनसर वन्यजीव अभयारण्य भारतीय वन्यजीव संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। यहां कई प्रकार के वन्यजीव जैसे बाघ, चीता, हिरण, सांभर, लेपर्ड और विभिन्न प्रकार के पक्षियों को देखा जा सकता है। बिनसर वन्यजीव अभयारण्य के वन्यजीवों की संख्या को निरंतर बढ़ाने के लिए संगठन और प्रशासनिक एकाग्रता देखी जा सकती है। बिनसर वन्यजीव अभयारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
5)- National Park – अस्कोट वन्यजीव अभ्यारण

अस्कोट वन्यजीव अभयारण्य के भीतर विभिन्न प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं। यहां कई प्राकृतिक जीवन जंगली सफारी के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल हैं, जिसमें शेर, बाघ, हिरण, भालू और अन्य वन्यजीव शामिल हैं। यह अभयारण्य पक्षियों के लिए भी एक स्वर्ग है, जो आकर्षक रंगीन पंछियों के लिए जाना जाता है। अस्कोट वन्यजीव अभयारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
6)- National Park – कांचुला कोरक कस्तूरी मृग अभयारण्य

वन्यजीवन हमारे पृथ्वी की सबसे अमूल्य धरोहरों में से एक है। वन्यजीवन का संरक्षण न केवल प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि हमारे वन्य जीवनी संप्रेषण में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। कांचुला कोरक कस्तूरी मृग अभयारण्य वन्यजीवन में रहने वाले एक विशेष प्रकार के मृग हैं। इनकी विशेषता उनके मधुर गंध से होती है जो एक आकर्षण का केंद्र बनाता है। कस्तूरी मृग विभिन्न औषधीय गुणों के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं और इसलिए इन्हें परंपरागत चिकित्सा में भी उपयोग किया जाता है। कांचुला कोरक कस्तूरी मृग अभयारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
7)- National Park – बेनोग वन्यजीव अभयारण्य

यह अभयारण्य विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों के लिए घर है। यहां पाए जाने वाले वन्यजीव मुख्य रूप से हिरण, बारहसिंगा, चीतल, लाल झाड़ू, काला हिरण, भारल, जंगली सुअर, बंदर, लंगूर, बाघ, भालू, और भेड़िया जैसे हैं। इसके अलावा, यहां कई प्रकार के पक्षी, रेखाचित्री और वन्यफूल भी पाए जाते हैं। बेनोग वन्यजीव अभयारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
8)- National Park – जबरखेत वन्यजीव अभ्यारण्य

जबरखेत वन्यजीव अभ्यारण्य एक विशेष जीवजंतु संपदा के साथ गर्व कर सकता है। यहां के विभिन्न वन्यजीव जानवर जैसे कि बाघ, चीता, हिरण, गौर, बारहसिंगा, बार्बारी बकरी, लेपर्ड, और बंदर आसानी से देखे जा सकते हैं। इसके अलावा, भयानक भूजल विशेषता के कारण, यहां के पक्षियों में भी विविधता देखी जा सकती है। बहुतायत में वन्यजीवन का आनंद लेने के लिए, यहां का विशेष पक्षी दर्शनीय स्थलों में से एक है। जबरखेत वन्यजीव अभ्यारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
9)- National Park – नंधौर वन्यजीव अभयारण्य

नंधौर वन्यजीव अभयारण्य के घने जंगल, छोटे नदियों के जलप्रपात, और ऊँचे पहाड़ों के दृश्य दर्शनीय होते हैं। यहां के समृद्ध वन्यजीव जीवन, जैसे कि हिरण, चितवन, भालू, बाघ, और भारतीय हाथी को देखना भी अनमोल अनुभव होता है। नंधौर वन्यजीव अभयारण्य भ्रमण के दौरान, आप भारतीय वन्यजीव के साथ एक अनूठा संबंध बना सकते हैं। जंगली सफारी आपको भारतीय वन्यजीवों के जीवन के रहस्यमय और चमत्कारी संसार में ले जाएगी। यहां के विविध प्राकृतिक सौंदर्य और अनूठे जंगली अनुभव आपको आकर्षित करेंगे। नंधौर वन्यजीव अभयारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
10)- National Park – केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य

यहां के वन्यजीव आपको आकर्षित करते हैं। वन्य भूतपूर्वी हिमालयी भाषा तथा तिब्बती या चीनी भाषा के शिकारी जानवर यहां बहुतायत में देखे जा सकते हैं। भारतीय बाघ, भारतीय चीता, हिमालयी तहर और काले हिरण जैसे विभिन्न प्रकार के वन्यजीव यहां रहते हैं। इसके अलावा, यहां के विविध पक्षियों का भी आवास है, जिनमें बाज, गिद्ध, विभिन्न प्रकार के छोटे-बड़े पक्षी और हिमालयी मोर शामिल हैं। केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य की और अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1)- इन राष्ट्रीय उद्यानों का समय खुलने और बंद होने क्या है?
राष्ट्रीय उद्यानों का समय खुलने और बंद होना आम तौर पर सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक होता है। हालांकि, यह समय विभिन्न ऋतुओं में बदल सकता है, इसलिए यात्रीयों को सुझाया जाता है कि वे स्थानीय प्रशासन से समय संबंधी जानकारी प्राप्त करें।
2)- राष्ट्रीय उद्यानों में कौन-कौन से वन्यजीव देखने को मिलते हैं?
उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यानों में विविधता से भरे हुए वन्यजीव देखने को मिलते हैं। यहाँ पर ताली तित्तर, वन्य भेड़िया, भारतीय शेर, वन्य हाथी, चित्रकूट, हिरन, लाल बुरा, सम्भर, बारहसिंगा, गोराल, लेपर्ड आदि जानवर देखे जा सकते हैं।
3)- राष्ट्रीय उद्यानों में ट्रैकिंग और सफारी का मजा कैसे लें?
राष्ट्रीय उद्यानों में ट्रैकिंग और सफारी अनुभव करने के लिए आपको स्थानीय प्रशासन के मार्गदर्शन का पालन करना चाहिए। यहाँ पर स्थानीय गाइड्स के साथ यात्रा करना सुरक्षित और जानवरों के नजदीक जाने के लिए सर्वोत्तम होता है। आपको सुंदर वातावरण और वन्यजीव के साथ अनुभव करने का अवसर मिलेगा।
4)- राष्ट्रीय उद्यानों में यात्रा के लिए आगे बढ़ने से पहले कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए?
राष्ट्रीय उद्यानों में यात्रा करते समय आपको अपनी सुरक्षा के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। यात्रीयों को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए और जानवरों के साथ सम्पर्क से बचना चाहिए। ध्यान रखें कि यात्रा के दौरान प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें और स्वच्छता का ध्यान रखें। समुद्र तल से ऊँचाई पर यात्रा करते समय ऊँचाइयों की सावधानी बरतें। यात्रा के पहले स्थानीय प्रशासन से जानकारी प्राप्त करें और आपने यात्रा को अनुभवपूर्वक बनाने के लिए स्थानीय गाइड का सहारा लें।