Mathura Tourism – मथुरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह भारतीय संस्कृति और धर्म के एक महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक है। मथुरा ब्रजभूमि के रूप में भी जाना जाता है और यह भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल के रूप में प्रसिद्ध है। द्वारिकाधीश मंदिर और बांके बिहारी मंदिर जैसे धार्मिक स्थल यहां पर स्थित हैं। मथुरा का पर्यटन वर्षभर में तीर्थयात्रियों और धार्मिक पर्वों के दौरान लाखों लोगों को आकर्षित करता है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, होली, रासलीला, और कार्तिक पूर्णिमा जैसे त्योहार यहां पर धूमधाम से मनाए जाते हैं। मथुरा के पास वृंदावन, गोवर्धन, नन्दगाँव, बरसाना, और गोकुल जैसे और भी कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं जो धार्मिक और ऐतिहासिक महत्वपूर्णता रखते हैं।
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Mathura Tourism :- संछिप्त इतिहास
मथुरा भारतीय इतिहास में एक प्राचीन नगरी है जिसका इतिहास संस्कृति, धर्म और कला के संगम पर आधारित है। यह नगरी वृंदावन के पास स्थित है और इसे भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल के रूप में भी जाना जाता है। मथुरा का इतिहास वेदिक काल में आरम्भ होता है और महाभारत काल में भी यह नगरी महत्वपूर्ण थी। यह भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल के रूप में विख्यात है, जिसे यादव राजवंश का गहन इतिहास है। गुप्त साम्राज्य के समय मथुरा एक महत्वपूर्ण शिक्षा और कला केंद्र था। मुग़ल साम्राज्य के शासनकाल में भी मथुरा विशेषतः हिंदू धर्म के एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में अपने महत्व को बनाए रखा।
मुग़ल शासनकाल में कई हिंदू मंदिर और स्थानों का निर्माण किया गया, जो आज भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। ब्रिटिश साम्राज्य के समय मथुरा को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक केंद्र माना गया। 1857 के विद्रोह में यहां भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश सैन्य के खिलाफ जंग लड़ी थी। आज मथुरा एक धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात है जो हिंदू धर्म के अनुयायियों को आकर्षित करता है। यहां पर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल और अन्य प्राचीन मंदिर व स्थानों की भीड़ आती है और उन्हें धार्मिक सांस्कृतिक अनुभव का आनंद मिलता है।
Mathura Tourism :- प्रमुख आकर्षण
मथुरा पर्यटन, द्वारिकाधीशमंदिर:

यह मथुरा का प्रमुख धार्मिक स्थल है जिसे श्रीकृष्ण के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है। द्वारिकाधीश मंदिर का मुख्य मंदिर गोल शिखर वाला है और इसके अलावा, कई छोटे मंदिर भी स्थित हैं जो विभिन्न देवी-देवताओं को समर्पित हैं। मंदिर के आंदर विशाल मंगलमय द्वार और सुंदर संगमरमर के चारण-चिह्न भक्तों को आकर्षित करते हैं। इस मंदिर में हरियाली और सुंदर संस्कृति का अनुभव करने का विशेष आनंद है। विशेष अवसरों पर यहां पर्व और त्योहारों का आयोजन होता है, जिसमें भक्तों की भीड़ आती है और मंदिर की धूमधाम से पूजा-अर्चना की जाती है।
कुंजबिहारी मंदिर: यह भी एक धार्मिक स्थल है जो मथुरा के पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। कुंजबिहारी मंदिर का नाम “कुंज” और “बिहारी” से मिलकर बना है। “कुंज” का अर्थ होता है छोटा बगीचा और “बिहारी” का अर्थ होता है वह जो छोटे बगीचे में विहार करते हैं। इसलिए मंदिर को इस नाम से पुकारा जाता है। कुंजबिहारी मंदिर की मूर्ति भगवान श्रीकृष्ण को उनके छोटे बगीचे में विहार करते हुए दर्शाती है। इस मंदिर की विशेषता उसकी सुंदर संस्कृति और विशाल वृंदावन बगीचे में है जो भक्तों को आकर्षित करते हैं।
श्रीकृष्ण जन्मस्थल: मथुरा में श्रीकृष्ण का जन्मस्थल भी एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो भगवान के भक्तों को आकर्षित करता है। श्रीकृष्ण जन्मस्थल में एक प्राचीन मंदिर स्थित है, जिसे केवल आधार अनुसार सन् 3228 ईसा पूर्व में बनाया गया था। यहां पर भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को जन्मस्थल के रूप में सजाया जाता है। श्रीकृष्ण जन्मस्थल के पास एक सुंदर कुंड है, जिसे “विश्राम घाट” के नाम से जाना जाता है। यहां पर कहा जाता है कि श्रीकृष्ण की माँ यशोदा ने उन्हें यहीं से पानी पिलाया था।
बांके बिहारी मंदिर:

यह भी एक भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर है जिसे भक्तों के बीच खासा प्रसिद्धी मिली है। बांके बिहारी मंदिर की मूर्ति भगवान श्रीकृष्ण के खेलकूदी और आध्यात्मिक रूप को दर्शाती है। यहां पर मंदिर के भक्तों को श्रीकृष्ण की आराधना करने और उनसे जुड़े स्पेशल क्षणों का आनंद मिलता है। बांके बिहारी मंदिर के भक्तों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस मंदिर में विशेष अवसरों पर भजन-कीर्तन, आरती और भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में लगाने के लिए लंगर का आयोजन होता है।
जवाहर बाग राष्ट्रीय उद्यान: यह मथुरा का एक प्राकृतिक सुंदरता से भरा उद्यान है जहां पर्यटक आनंद और शांति का आनंद लेते हैं। यहां पर विभिन्न प्रकार के पौधे, पेड़, पर्वतीय फूलों और पक्षियों का आवास है जो इसे एक आरामदायक स्थल बनाते हैं। इस उद्यान में भ्रमण करके प्राकृतिक सुंदरता, शांति और हरियाली का आनंद लिया जा सकता है। जवाहर बाग राष्ट्रीय उद्यान में घूमने से लोग अपने जीवन के तनाव से राहत पा सकते हैं और आनंद का अनुभव कर सकते हैं।

Mathura Tourism :- अन्य आकर्षण
गोवर्धन पर्वत: मथुरा से थोड़ी दूरी पर स्थित गोवर्धन पर्वत भी पर्यटकों को आकर्षित करता है जो हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है। हिंदू परंपरा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपने हाथ में उठाकर वृंदावन वासियों को बचाया था। इस घटना को “गोवर्धन पूजा” के रूप में धार्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। गोवर्धन पर्वत के चारों ओर पारंपरिक तात्कालीन मंदिर और बावड़ियाँ स्थित हैं, जो भक्तों को धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव का आनंद मिलाते हैं। गोवर्धन पर्वत के पास एक सुंदर झील भी है, जिसे “मनसी गंगा” के नाम से जाना जाता है।
वृंदावन: मथुरा के पास स्थित वृंदावन भी पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है जो श्रीकृष्ण के विभिन्न लीला स्थलों के लिए जाना जाता है। वृंदावन को “रसभूमि” और “माखन चोर का नगर” के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी योगदा गोपियों के साथ रसलीला किया था और माखन चोरी की किस्से मशहूर हैं। वृंदावन में कई प्राचीन मंदिर और कुंज शोभा वाले बगीचे हैं जो भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों को आकर्षित करते हैं। यहां पर भक्तों की भीड़ आती है और वे धार्मिक उत्सवों में शामिल होते हैं।
नन्दगाँव:

नन्दगाँव नदी यमुना के किनारे स्थित है और गोवर्धन पर्वत के पास है। यह स्थान भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थल के रूप में विख्यात है और “नन्दोत्सव” जैसे धार्मिक उत्सवों के लिए भी जाना जाता है।
बरसाना: बरसाना भगवान श्रीकृष्ण की बलराम की भगिनी म्हाँसी के नाम से भी जाना जाता है। यह गाँव गोवर्धन पर्वत के पास स्थित है और गोपियों के नृत्य और भगवान के लीला स्थलों के लिए विख्यात है।
गोकुल: गोकुल मथुरा के पास स्थित है और यमुना नदी के किनारे विराजमान है। यह स्थान भगवान श्रीकृष्ण के बचपन के लीला स्थलों के लिए विख्यात है और “गोप” जीवन का अनुभव करने के लिए भगवान के भक्तों का आकर्षण करता है।
Mathura Tourism :- पहुंचने के लिए रास्ते
वायुयान: मथुरा से सबसे पास का एयरपोर्ट दिल्ली, जेवर है।
रेलगाड़ी: मथुरा रेलगाड़ी से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है।
बस: मथुरा तक बस से भी पहुंचा जा सकता है। मथुरा में आने वाली राज्य सरकारी और प्राइवेट बसें हैं जो उन्हें अलग-अलग नगरों से ले जाती हैं।
कार/टैक्सी: अगर आप खुद की कार या टैक्सी से मथुरा आना चाहते हैं तो आप इंटरस्टेट राष्ट्रीय मार्ग का प्रयोग कर सकते हैं।
Mathura Tourism :- निकटतम शहर
आगरा: आगरा मथुरा से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह भारत के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है और ताजमहल के लिए विख्यात है।
वृंदावन: वृंदावन मथुरा से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
गोवर्धन: गोवर्धन मथुरा से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
अलीगढ़: अलीगढ़ मथुरा से लगभग 78 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एक महत्वपूर्ण शिक्षा और व्यापार केंद्र है और विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए प्रसिद्ध है।
Mathura Tourism से संबंधित आम प्रश्न (FAQ)
1)- मथुरा के पर्यटन स्थलों का सबसे अच्छा समय क्या है उन्हें देखने के लिए?
उत्तर: मथुरा के पर्यटन स्थलों को देखने के लिए सबसे अच्छा समय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और होली जैसे धार्मिक उत्सवों के समय होता है।
2)- मथुरा के पर्यटन स्थलों के लिए टिकट लेना जरूरी है?
उत्तर: जी हां, कुछ मथुरा के पर्यटन स्थलों के लिए आपको टिकट लेना आवश्यक हो सकता है। श्रीकृष्ण जन्मस्थल, द्वारिकाधीश मंदिर, इत्यादि कुछ स्थानों पर आपको प्रवेश टिकट खरीदने की आवश्यकता हो सकती है।
3)- मथुरा के पास किसी भी अच्छे होटल का सुझाव दें।
उत्तर: मथुरा में कुछ अच्छे होटल हैं जो आपको आरामदायक और आकर्षक रहने का विकल्प प्रदान करते हैं। राधा आश्रम, ब्रज दरबार, होलीदेज रेसोर्ट, इत्यादि प्रसिद्ध होटल हैं जिनमें आप ठहर सकते हैं।
4)- मथुरा में खाने के लिए सबसे अच्छे रेस्टोरेंट कौन-से हैं?
उत्तर: मथुरा में कुछ अच्छे रेस्टोरेंट हैं जो आपको स्थानीय और पूर्वांचली खाने का स्वादिष्ट अनुभव प्रदान करते हैं। वृंदावन और मथुरा के बजाज खाना बंधू रेस्टोरेंट, ब्रजवासी रेस्टोरेंट, आदि प्रसिद्ध हैं।
5)- मथुरा के पास सबसे नजदीकी हवाई अड्डा कौन सा है?
उत्तर: मथुरा के पास सबसे नजदीकी हवाई अड्डा दिल्ली और जेवर हवाई अड्डा है।