Varanasi Tourism – वाराणसी उत्तर प्रदेश, भारत के प्रमुख पवित्र शहरों में से एक है। यह गंगा नदी के तट पर स्थित है। वाराणसी भारत और विदेशी पर्यटकों के बीच एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां के प्राचीन स्थल, आध्यात्मिक वातावरण, और धार्मिक आयाम इसे विशेष बनाते हैं। वाराणसी भारतीय सभ्यता का एक प्राचीनतम शहर माना जाता है। इसे “काशी” और “बनारस” भी कहा जाता है। वाराणसी भारतीय धर्म, संस्कृति, और आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां कई प्राचीन मंदिर और घाट हैं जो धार्मिक और पौराणिक कथाओं से भरे हुए हैं।
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Varanasi Tourism :- संछिप्त इतिहास
वाराणसी के पौराणिक नाम “काशी” के पीछे कई रोचक कथाएं छिपी हैं। इसे हिंदू धर्म में मोक्ष का स्थान माना जाता है और यहां कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं। विश्वनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, और संकटमोचन हनुमान मंदिर वाराणसी के प्रसिद्ध मंदिरों में से कुछ हैं। वाराणसी एक ऐतिहासिक शहर होने के साथ-साथ धार्मिक और आध्यात्मिकता का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
यहां के प्राचीन मंदिर, धार्मिक उत्सव, और सांस्कृतिक गतिविधियां लोगों को धार्मिक अनुभव का एक अद्भुत मौका प्रदान करती हैं। वाराणसी में गंगा घाटों की संख्या 87 है और यहां के घाट भारतीय संस्कृति और परंपरागती का प्रतीक हैं। सुबह सूर्योदय के समय होने वाली गंगा आरती वाराणसी में आने वाले पर्यटकों की मुख्य आकर्षणों में से एक है।
Varanasi Tourism :- प्रमुख आकर्षण
काशी विश्वनाथ मंदिर –

वाराणसी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, यहां भगवान शिव को पूजा जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर को हिंदू धर्म का मुख्य तीर्थ स्थल माना जाता है। इस मंदिर की धरोहर और भव्यता देखकर लाखों श्रद्धालु यहां प्रातः-संध्या में दर्शन करने आते हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर की भव्यता, धार्मिक माहात्म्य, और शांतिपूर्ण वातावरण इसे भारतीय संस्कृति के अनमोल धरोहर में से एक बनाते हैं। यहां के धर्मिक आयाम और सजगता से भरे इस मंदिर का दर्शन करना हर धार्मिक यात्री के लिए अनूठा अनुभव होता है।
असी घाट –

यहां असी घाट पर सुबह होने वाली गंगा आरती देखने का आनंद है और यहां से गंगा के द्वीप और प्रसिद्ध घाटों का भी खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। इस घाट के पास बड़ी संख्या में शिवलिंग हैं, जो इसे धार्मिकता के लिए भी ख़ास बनाते हैं। असी घाट के पास काशी विश्वनाथ मंदिर, सूर्यकुंड, और हनुमान घाट जैसे प्रमुख स्थान हैं, जिन्हें वाराणसी घूमने आने वाले पर्यटकों द्वारा भ्रमण किया जाता है। इस घाट पर स्थानीय विशेषता से भरी वस्तुएँ खरीदने का भी मौका मिलता है, जो पर्यटकों को अपने यात्रा का यादगार बनाती हैं।
दशाश्वमेध घाट –

दशाश्वमेध घाट वाराणसी के प्रसिद्ध घाटों में से एक है। यह घाट गंगा नदी के तट पर स्थित होने के कारण धार्मिकता और पौराणिकता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। दशाश्वमेध घाट को गंगा आरती और पुष्पांजलि देने के लिए भी जाना जाता है। इस घाट पर धार्मिक सजगता और शांति का वातावरण होता है, जो आपकी यात्रा को और भी धार्मिकता से भर देता है। इसका दृश्य सुबह और शाम के समय अद्भुत होता है और यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा भी देखा जा सकता है।
चुनार फोर्ट –

बनारस शहर से 40 किलोमीटर दूर गंगा नदी के तट पर स्थित है चुनार का किला । 34000 वर्ग फुट आकार में फैला चुनार किले का निर्माण उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई भरथरी के लिए करवाया था। यह किला कैमूर पर्वतमाला की उत्तरी दिशा पर स्थित है और अपनी ऐतिहासिकता और विरासत के लिए प्रसिद्ध है। चुनार फोर्ट वाराणसी के पास स्थित होने के कारण इसे वाराणसी घूमने वाले पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय स्थल बनाता है।
नेपाली मंदिर – नेपाली मंदिर वाराणसी, उत्तर प्रदेश में स्थित होते हैं और इन्हें विश्वभर में अपनी शांतिपूर्णता, सुंदरता और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध होने का गौरव प्राप्त है ये मंदिर नेपाल देश की संस्कृति और धारोहर को प्रदर्शित करते हैं और वाराणसी घूमने वाले पर्यटकों के लिए एक प्रमुख स्थल होते हैं।
इनके अतिरिक्त वाराणसी में नया विश्वनाथ मंदिर, मान मंदिर घाट, दुर्गा मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, शिवला घाट आदि भी दर्शनीय स्थल मौजुद है।
Varanasi Tourism :- प्रसिद्ध खाना
वाराणसी पर्यटन में भारतीय संस्कृति और धारोहर के साथ-साथ उसके स्वादिष्ट और प्रसिद्ध खाने की विशेषता भी है। इस शहर में कई प्रसिद्ध खाने की वस्तुएँ मिलती हैं, जो अपने विशेष स्वाद और प्रकृति से पर्यटकों को मोह लेती हैं। यहां आने वाले पर्यटक यहां के प्रसिद्ध खानों का आनंद लेने के लिए तैयार होते हैं।
थंडई: वाराणसी का प्रसिद्ध शर्बत, थंडई गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।
कचौरी-झाल मूरी: यह एक प्रसिद्ध स्नैक है जिसका स्वाद वाराणसी यात्रा को और भी ख़ास बना देता है।
बांसली मिठाई: वाराणसी की प्रसिद्ध मिठाइयों में से एक, बांसली मिठाई का स्वाद अनूठा होता है।
पान: वाराणसी के पान का स्वाद विशेष होता है और यहां विशेष पान दुकानों पर मिलता है।
लिट्ठी-चोखा: वाराणसी का लोकप्रिय खाना, लिट्ठी-चोखा का स्वाद उत्तर प्रदेश के विशेषता के साथ-साथ अनूठा होता है।
मलाई गिलौरी: यह एक प्रसिद्ध डेजर्ट है जिसे वाराणसी में प्रियजनों को पेश किया जाता है।
बनारसी पानीपूरी: यह वाराणसी का स्वादिष्ट वैरिएंट है और पर्यटकों को अपनी विशेषता से मोह लेता है।
मलाई तोस्त: यह एक प्रसिद्ध नाश्ता है, जो वाराणसी के लोकप्रिय खाने में से एक है।
मक्के की रोटी और बैगन चोखा: यह वाराणसी के लोकप्रिय स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक है।
काजू बर्फी: वाराणसी की प्रसिद्ध मिठाइयों में से एक, काजू बर्फी आपकी मिठी खास्ता को पूरा करेगी।
ये हैं वाराणसी पर्यटन में प्रसिद्ध और स्वादिष्ट खाने के कुछ विशेषता, जो यात्रा को और भी ख़ास बनाते हैं और पर्यटकों को उनकी यात्रा का एक यादगार अनुभव देते हैं।
Varanasi Tourism :– वाराणसी पहुंचने के लिए रास्ते
हवाई जहाज़: वाराणसी में लल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई विमानक्षेत्र स्थित है जो देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों को सीधे वाराणसी पहुंचने का अवसर देता है।
रेलगाड़ी: वाराणसी को रेल मार्ग से पहुंचने के लिए भी विभिन्न स्टेशन उपलब्ध हैं। वाराणसी जंक्शन, भूली भट्टा, और मंदुवाडी जैसे स्टेशन पर ट्रेनें आती हैं जो वाराणसी को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ती हैं। भारत की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत नई दिल्ली से वाराणसी के मध्य शुरू हो गई जो कानपुर सेंट्रल, प्रयागराज जंक्शन रुकती हुई वाराणसी पहुंचती है।
बस: वाराणसी को रोड मार्ग से भी पहुंचना संभव है। राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय बस सेवाएं वाराणसी से आने वाले पर्यटकों को अन्य शहरों से जोड़ती हैं।
टैक्सी और ऑटोरिक्शा: वाराणसी में स्थानीय यातायात के लिए टैक्सी और ऑटोरिक्शा उपलब्ध हैं, जो शहर के अलग-अलग हिस्सों तक आपको पहुंचा सकते हैं।
प्राइवेट वाहन: वाराणसी पहुंचने के लिए अपने प्राइवेट वाहन का भी उपयोग किया जा सकता है। यह आपको शहर में आसानी से घूमने का अवसर देता है।
Varanasi Tourism से संबंधित आम प्रश्न (FAQ):-
1)- पर्यटकों के लिए वाराणसी क्यों ख़ास है?
वाराणसी एक प्राचीन शहर है जो अपने ऐतिहासिकता, धार्मिक महत्व, और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए ख़ास है। यह भारतीय संस्कृति और तमाम धरोहरों से भरा हुआ है और यहां के घाट, मंदिर, और गंगा की आरती ने इसे एक आत्मनिर्भर पर्यटक स्थल बना दिया है।
2)- वाराणसी घूमने के लिए सबसे अच्छा समय क्या है?
वाराणसी का आगमन समय अक्टूबर से मार्च तक है, जब मौसम सुहावना होता है। इस समय तापमान मध्यम रहता है और घूमने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
3)- वाराणसी घूमने के लिए कितने दिन का प्लान बनाना चाहिए?
वाराणसी घूमने के लिए कम से कम 2-3 दिनों का प्लान बनाना चाहिए। इस समय में आप शहर के प्रमुख स्थलों का दर्शन कर सकते हैं और इस पवित्र नगरी के विभिन्न आयामों का आनंद ले सकते हैं।
4)- वाराणसी में कौन से खास उत्सव मनाए जाते हैं?
वाराणसी में महाशिवरात्रि, दीपावली, दशहरा, और छठ पूजा जैसे धार्मिक उत्सव मनाए जाते हैं, जो पर्यटकों के लिए ख़ास होते हैं और यात्रा को रंगीन बनाते हैं।
5)- वाराणसी घूमने के लिए कहां ठहरने के लिए होटल उपलब्ध हैं?
वाराणसी में आपको विभिन्न रेंज के होटल, धर्मशाला, और लक्जरी रिज़ॉर्ट्स मिलेंगे जिनमें आप अपने बजट और सुविधा के हिसाब से ठहर सकते हैं।